मिलिए इस हिंदू भाई से जो मौला अली और इमाम हुसैन को मुसलमानों से भी ज्यादा चाहते हैं
मिलिए इस हिंदू भाई से जो मौला अली और इमाम हुसैन को मुसलमानों से भी ज्यादा चाहते हैं...अहलेबैत से मोहब्बत करने वाले और पैगंबर हजरत मोहम्मद ...
मिलिए इस हिंदू भाई से जो मौला अली और इमाम हुसैन को मुसलमानों से भी ज्यादा चाहते हैं...अहलेबैत से मोहब्बत करने वाले और पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन को मानने वाले सिर्फ मुसलमानों ही नहीं हैं। भारत के हिंदू लोग भी मुसलमानों के मुकाबले इमाम हुसैन से कम प्रेम नहीं करते। तमाम हिंदू लेखकों और कवियों मौला अली और इमाम हुसैन के बारे में काफी कुछ कहा। महान हिंदी उपन्यासकार व कथाकार मुंशी प्रेमचंद ने तो कर्बला के नाम से एक उपन्यास ही लिख डाला है। लेकिन आज यहां हम जिस हिंदू के बारे में आपको बताने और मिलवाने जा रहे हैं, उनकी बात कुछ अलग ही है। आप उनको देखकर कह उठेंगे कि यह तो कोई मुसलमानों मोमनीन ही है
लेकिन यह हकीकत है कि उनका नाम अशोक छाबड़ा है और वह भारत में सहारनपुर जिले के रहने वाले हैं। उनकी जबान खुलते ही बस मौला का ही नाम आता है। दिल्ली के पास स्थित फरीदाबाद में हर साल सफर के जुलूस के दौरान वह खासतौर से उसमें शिरकत करने आते हैं। इस बार फरीदाबाद में 29 सफर 2010 के कार्यक्रम में भी वह मौजूद थे। उन्होंने फरीदाबाद के शिया मरकज में मजलिस से पहले अपना कलाम पेश कर तमाम शिया मोमनीन और मोमीनात की आंखें नम कर दीं.
यह इस बातचीत की दूसरी क्लिप है। हालांकि इस बातचीत में कैमरे का डायरेक्शन थोड़ा बदल गया है। उम्मीद है कि आप हमें उसके लिए माफ करते हुए इस इंटरव्यू में व्यक्त की गई भावनाओं और संवेदनाओं को समझेंगे.
धन्यवाद् इसे पेश करने का. ऐसे ही कुछ लेख और सन्देश यहाँ भी देखें
ReplyDeleteकर्बला मैं ऐसा क्या हुआ था की इसकी याद सभी धर्म वाले मिल के मनाते हैं.
हिन्दू शायर दिलगीर लखनवी (झंडू लाल)-"घबराए गी जैनब
हिलती है ज़मीन , रोता है फलक : सौज : ज्योति बावरी
क्या कहते हैं संसार के बुद्धीजीवी, दार्शनिक, लेखक और अधिनायक, कर्बला और इमाम हुसैन के बारे
मिलिए इस हिंदू भाई से जो मौला अली और इमाम हुसैन को मुसलमानों से भी ज्यादा चाहते हैं